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लेख

नानाजी : राजनीति के लिए अनुकरणीय महापुरुष

इंदिरा गाँधी के तानाशाह शासन के खिलाफ जब जेपी आन्दोलन कर रहे थे तब पटना में पुलिसिया दमन के कारण उनपर लाठी पड़ने ही वाली थी कि उस लाठी को जेपी से पहले अपने शरीर पर नानाजी देशमुख ने ले लिया। उस दिन सभी...

जीवन का क्षण – क्षण और शरीर का कण – कण मातृभूमि को समर्पित करने वाला स्वातंत्र्य वीर सावरकर

पुण्यतिथि विशेष जीवन का क्षण – क्षण और शरीर का कण – कण मातृभूमि की स्वतंत्रता में समर्पित करने वाले स्वातंत्र्य वीर सावरकर न केवल तेजस्वी सेनानी थे अपितु महान क्रांतिकारी, सामाजिक शिल्पकार, सिद्धहस्त...

देश के सच्चे नायक महात्मा गांधी

बापू के निधन के 72 साल बाद भी उनके विचार और दर्शन आज भी प्रसांगिक है, इसे न केवल भारत के लोगों ने बल्कि विश्वभर के लोगों ने अपनाया है। एक स़च्चे नायक के रूप गांधी जी को न केवल भारत में बल्कि विश्वभर म...

भारतीयता के प्रतिनिधि स्वर गाँधी जी

पिछली सदी के महानायकों में से एक मोहनदास करमचंद गाँधी को देश ने महात्मा के रूप में आदर दिया है। बीसवीं सदी का तीसरा और चौथा दशक तो भारत के राजनैतिक परिदृश्य में भारतीयता के प्रतिनिधि स्वर के रूप में म...

आज़ादी ! टुकड़े वाली या सुभाष वाली ?

भारत में इस समय सबसे ज्यादा बहस राष्ट्रवाद और उसके स्वरुप क्या होना चाहिए, इसको लेकर है । इस समय का राष्ट्रवाद वह राष्ट्रवाद नहीं है जिसकी कल्पना भगत सिंह और सुभाष बाबू ने की थी ऐसा कहकर कुछ लोगों द्व...

शाहीन बाग की बंधक सडक और विरोध का एक्सपेरिमेंट

दिल्ली का एक हिस्सा लगभग कराह रहा है। नहीं मैं, शाहीन बाग में जमें कथित आन्दोलनकारियों की बात नहीं कर रहा हूँ। नागरिकता संशोधन कानून का यदि विरोध हो रहा है, तो देश का बड़ा हिस्सा इस कानून के समर्थन में...

जेएनयू हिंसा: दुर्घटना नही, एक प्रायोजित षड़यंत्र

सुजीत शर्मा देश के प्रतिष्ठित और चर्चित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय 5 जनवरी की हिंसक घटना के बाद एकबार फिर सुर्खियों मे है। मीडिया, शिक्षा, राजनीति और अब बॉलीवुड जगत में भी जेएनयू, चर्चा और बहस का वि...

बेनकाब हुए जेएनयू के नव – वामपंथी : – डॉ. वंदना झा

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में 5 जनवरी 2019 के घटनाक्रम ने नववर्ष के प्रथम सप्ताह में खुशियां मना रहे करोड़ों भारतवासियों को झकझोर कर रख दिया। मीडिया की सरगर्मियों ने इसे उछाल कर जन-जन तक पहुँचा दिय...

संस्कार युक्त युवा – नशा मुक्त युवा – विक्रांत खंडेलवाल

किसी भी देश का वर्तमान एवं भविष्य, युवाओं के व्यक्तित्व पर निर्भर करता है । जिस प्रकार विशाल ऊंची इमारत का निर्माण उसके मजबूत नींव पर ही संभव है उसी प्रकार देश की प्रगति और विकास,  संस्कारवान और कर्मठ...

जानें हिंसा की जद में क्यों है जेएनयू, वामपंथी राजनीतिक दंश के इतिहास से क्या है इसका कनेक्शन?

जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) एक बार फिर सुर्ख़ियों में है| जे एन यू की घटना को इस विश्वविद्यालय के 50 वर्षों के अस्तित्व में हुई हिंसा और अराजकता की घटनाओं की पृष्ठभूमि में ही समझा जा सकता है|...

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