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राज्यपाल से मिला अभाविप प्रतिनिधिमंडल, पूर्णिया विवि के पूर्व कुलपति राजेश सिंह के कार्यकाल में हुए वित्तीय अनियमितता पर कार्रवाई की मांग

छात्रशक्ति डेस्क

आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक प्रतिनिधिमंडल ने बिहार के राज्यपाल को ज्ञापन देते हुए पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति रहे प्रो. राजेश सिंह के कार्यकाल के दौरान वित्तीय अनियमितता तथा धन गबन के मामले में बिहार लोकायुक्त की रिपोर्ट के आधार पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधिमंडल को बिहार के राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि पूर्णिया विश्वविद्यालय में वित्तीय अनियमितता के मामले में लोकायुक्त के रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई के दिशा-निर्देश राजभवन द्वारा शीघ्र जारी किए जाएंगे तथा कोई भी भ्रष्टाचारी बख्शा नहीं जाएगा।

उल्लेखनीय है कि बिहार के पूर्णिया विश्वविद्यालय में प्रो. राजेश सिंह के कुलपति कार्यकाल के दौरान हुई वित्तीय अनियमितता मामले में लोकायुक्त की रिपोर्ट में वित्तीय अनियमितता सामने आई थी, जिसके आधार पर लोकायुक्त द्वारा राजभवन से वित्तीय लेखा परीक्षा आयोजित कर कार्रवाई का अनुरोध किया गया था। इसी मामले में कार्रवाई के निमित्त महामहिम राज्यपाल का ध्यान-आकृष्ट करने हेतु अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा आज ज्ञापन सौंपा गया है।

बिहार के पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में प्रोफेसर राजेश सिंह द्वारा वित्तीय शक्तियों के दुरुपयोग को लोकायुक्त ने माना था, जिसके परिणामस्वरूप उन्होंने अपनी रिपोर्ट तुरंत पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलाधिपति के कार्यालय के प्रधान सचिव यानी बिहार के माननीय राज्यपाल के कार्यालय के समक्ष रखने का निर्देश दिया, जिसमें अनुरोध किया गया कि पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में प्रोफेसर राजेश सिंह द्वारा वित्तीय शक्तियों के दुरुपयोग मामले में एक वित्तीय लेखा परीक्षा आयोजित की जाए। लोकायुक्त की रिपोर्ट के अनुसार, प्रो. राजेश सिंह द्वारा पूरी तरह से वित्तीय अनुशासनहीनता और विश्वविद्यालय के वित्तीय कोष के उचित प्रबंधन पूर्णतः अनदेखा किया गया है।

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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ला ने कहा, “कुलपति जैसे आदर्श पद पर रहते हुए, प्रो राजेश सिंह द्वारा वित्तीय अनियमितताओं के कारण पूर्णिया विश्वविद्यालय की साख गिरी। लोकायुक्त की रिपोर्ट में उन्हें उनके कार्यकाल के दौरान हुई अनियमितताओं के लिए दोषी माना गया है। इसी संदर्भ में आज महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंप, उचित कार्रवाई करने की मांग की गई। राज्यपाल ने इस संदर्भ में हमें सकारात्मक आश्वासन दिया है । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बिहार के विश्वविद्यालयों में किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को सहन नहीं करेगी तथा पूर्व में जो भ्रष्टाचार के मामले हुए हैं उसमें कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए,जिससे भ्रष्टाचारियों को सबक को मिले।”

राज्यपाल से मिले अभाविप प्रतिनिधिमंडल में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल, केन्द्रीय कार्यसमिति सदस्य नीतिश कुमार पटेल, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जितेन्द्र राय, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य समृद्धि राठौर शामिल रहे।

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