“राष्ट्रीय छात्रशक्ति” शैक्षिक पुनर्रचना के उदात्त लक्ष्य से प्रेरित शिक्षा क्षेत्र की प्रतिनिधि मासिक पत्रिका है। शिक्षा जगत में होने वाली हर गतिविधि और हलचल पर इसकी नजर रहती है।
वर्ष 1978 में प्रारंभ यह पत्रिका अपने स्थापना काल से ही परिसरों की समस्याओं को उठाने, विश्वविद्यालयों में चल रही रचनात्मक गतिविधियों को समाज के सामने लाने, शिक्षा संबंधी नीतियों के निर्माण के समय शिक्षा जगत के विभिन्न घटकों का पक्ष सम्बंधित पक्षों तक पहुंचाने, नयी शिक्षा नीति सहित अनेक नीतिगत निर्णयों से विद्यार्थियों को अवगत कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
शिक्षा से जुड़े अनेक मुद्दों पर पत्रिका ने शिक्षकों व विद्यार्थियों को अद्यतन रखने तथा परिसरों को स्पंदनयुक्त बनाये रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह की है। समय के साथ पत्रिका का भी विस्तार हुआ है। बदलते तकनीक और डिजिटलीकरण के दौर में राष्ट्रीय छात्रशक्ति भी डिजिटल मंच पर उपलब्ध है । आज सम्पूर्ण देश में राष्ट्रीय छात्रशक्ति के पाठक हैं। सुदूर लद्दाख, उत्तर पूर्व के राज्यों, अंडमान तथा गोआ, दमन तक यह पत्रिका पहुंचती है। इस अर्थ में यह राष्ट्रीय एकता एवं एकात्मता के प्रसार में योगदान कर रही है।