अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद (ICHR) के अध्यक्ष को ज्ञापन देकर अध्येतावृत्ति (फेलोशिप) की धनराशि बढ़ाने, समय से अध्येतावृत्ति जारी करने, अध्येतावृत्ति धनराशि के साथ तीन वर्ष की समय-सीमा तक देने तथा अध्येतावृत्ति के साथ आवासीय भत्ता (HRA) देने आदि मॉंगे रखी हैं।
उल्लेखनीय है कि आईसीएचआर के अन्तर्गत जेआरएफ की राशि अभी प्रतिमाह 17,600 रूपए ही है जो कि यूजीसी-जेआरएफ के अन्तर्गत मिलने वाली अध्येतावृत्ति 37000 की तुलना में बहुत कम है। साथ ही आईसीएचआर जेआरएफ केवल 2 वर्ष के लिए ही मिलता है, व अध्येतावृत्ति 6 महीने के अन्तराल पर जारी होती है, इस कारण भी शोधार्थियों को समस्याएं आ रही हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद की अध्येतावृत्ति पा रहे शोधार्थियों की समस्याओं के संदर्भ में अभाविप मॉंग करती है कि शीघ्र कार्रवाई हो। शोधार्थियों के लिए गुणवत्तापूर्ण शोध के अवसर उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास होने चाहिए। आईसीएचआर को वर्तमान आवश्यकताओं के अनुसार विभिन्न सुधार शीघ्र करने होंगे।