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चंडीगढ़ :  प्रदेशभर में स्कूलबेल प्रोग्राम चलाएगी अभाविप

अभाविप, हरियाणा के प्रदेश मंत्री सुनील भारद्वाज ने कहा कि महिला सुरक्षा पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए सरकार, प्रत्यक्ष छात्रसंघ चुनाव की स्थाई बहाली हो

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, हरियाणा के प्रदेश मंत्री सुनील भारद्वाज ने चंडीगढ स्थित सिप एंड डाइन में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि गुरूवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधि मंडल ने महिला सुरक्षा, छात्र हित और शिक्षा में सकारात्मक परिवर्तन के लिए कई सुझावों के साथ शिक्षा मंत्री कंवर पाल से मुलाकात की। भारद्वाज ने कहा कि हरियाणा सरकार प्रत्येक वर्ष हरियाणा में प्रत्यक्ष छात्र संघ चुनाव करवाए। प्रत्यक्ष छात्रसंघ चुनाव होने से छात्रों की अनेक समस्याओ का समाधान हो जाएगा। चुनाव होने से प्रदेश व देश को कैम्पस से नया नेतृत्व मिलेगा। उन्होंने कहा कि परिषद ने सरकार से ये भी मांग की है कि प्रदेशभर में यूजी स्तर पर सैमेस्टर सिस्टम को समाप्त किया जाए। सैमस्टर सिस्टम के कारण विद्यार्थियो की खेल-कूद, सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियां समय के अभाव के कारण प्रभावित हो रही है। पिछले कुछ वर्षों से विद्यार्थियों की सहभागिता इन कार्यक्रमों न होकर सैमस्टर सिस्टम के कारण शिक्षा तक ही सिमटती जा रही है। यह प्रणाली विद्यार्थी के सामाजिक दयित्व एवं संपूर्ण विकास में बाधक परिलक्षित हुई है। इस विषय पर गंभीरता से पूर्नविचार करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ बढते अपराध और यौन शोषण की घटनाएं निंदनीय है। निर्भया मामले के बाद बने कड़े कानून के बावजूद भी महिलाओं के साथ यौन शोषण की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में सरकारों को विधानसभाओं के महिला सुरक्षा विषय पर विशेष सत्र बुलाकर कानून से आगे बढकर, कानून व्यवस्था सुदृढ कर, शिक्षा के माध्यम से जागरुकता लाना, समाज में चर्चा विमर्श से सामाजिक सुरक्षा की दिशा में साहमूहिकता से जिम्मेदारी मानकर काम करने की आवश्यकता है।

अभाविप का मांग पत्र

  1. छात्रसंघ चुनाव प्रत्यक्ष करवाए जाए।

  2. स्नातक स्तर पर महाविद्यालों से सैमेस्टर सिस्टम समाप्त किया जाए। सैमस्टर सिस्टम के कारण विद्यार्थियो की खेल-कूद, सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियां समय के अभाव के कारण प्रभावित हो रही है। पिछले कुछ वर्षों से विद्यार्थियों की सहभागिता इन कार्यक्रमों न होकर सैमस्टर सिस्टम के कारण शिक्षा तक ही सिमटती जा रही है। यह प्रणाली विद्यार्थी के सामाजिक दयित्व एवं संपूर्ण विकास में बाधक परिलक्षित हुई है। इस विषय पर गंभीरता से पूर्नविचार करने की आवश्यकता है।

  3. ऑन लाइन दाखिला प्रक्रिया में विद्यार्थियों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड रहा है। इसमें जिला स्तर पर हैल्प डैस्क बनायें जाए तथा दाखिला प्रक्रिया के दौरान विषय चयन एवं परिवर्तन की प्रक्रिया का सरलीकरण किया जाए।

  4. छात्राओं के लिए महाविद्यालय में सैनिटेशन सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। महिला सुरक्षा की दृष्टी से महाविद्यालयों के रास्तों पर दुर्गा शक्ति और महिला पीसीआर की तैनानी और गस्त सुनिश्चित करते हुए बढाई जाए। ग्रामीण क्षेत्र की छात्राओं के लिए विशेष महिला बसों की संख्या बढाई जाए।

  5. प्रेवश परिक्षा और परिणाम समय पर हो यह सुनिश्चित किया जाए।

  6. पाठयक्रम में बदलाव और भारतीयता का समावेश हो व हरियाणा का गौरवमय इतिहास पाठयक्रम में शामिल किया जाए।

  7. केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में केन्द्र सरकार की ओर से अपेक्षाकृत अधिक धनराशि उपलब्ध करवाई जाती है। हरियाणा के विश्वविद्यालयों में भी केन्द्र की तर्ज पर अधिकार कोष उपलब्ध कराया जाना चाहिए।

  8. हरियाणा में विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में रिक्त पड़े पदों को तुरंत भरा जाए l

  9. शोध कार्य के लिए छात्रवृति में वृद्धि की जाए।

विद्यार्थी परिषद की सरकार से यह मांग है कि ग्रामीण क्षेत्र से आने वाली छात्रों के लिए बसों की संख्या बढाई जाए। ग्रामीण छात्रों के अनुपात में बसों की संख्या नाकाफी है। छात्राओं को कॉलेज जाते व आते समय काफि समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि ऑन लाइन दाखिला प्रक्रिया में विद्यार्थियों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड रहा है। इसमें जिला स्तर पर हैल्प डैस्क बनायें जाए तथा दाखिला प्रक्रिया के दौरान विषय चयन एवं परिवर्तन में भी छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। विषय चयन एवं परिवर्तन प्रक्रिया का सरलीकरण किया जाए।

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भारद्वाज ने कहा कि  अनसूचित जाति छात्रों के लिए प्रत्येक जिले में एक बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर छात्रावास खोले जाए। वहीं अनुसूचित जाति छात्रों की फीस सरकारी सहायता प्राप्त महाविद्यालयों के खातों में समय से हस्तांतरित होनी चाहिए। फीस को लेकर एससी छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

उन्होंने बताया कि विद्यार्थी परिषद् आने वाले समय में 3 विशेष अभियान चलाने वाला है जिसमे स्कूलबेल प्रोग्राम, मिशन साहसी, सामाजिक अनुभूति चलो गाँव की ओर शामिल है l स्कूलबेल प्रोग्राम के तहत प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्र के 100 स्कूलों को गोद लिया जाएगा l उस विद्यालय में पढ़े हुए विद्यार्थियों को खोजा जाएगा जो समाज जीवन में आज स्थापित है l उस गाँव के प्रतिष्ठित व्यक्ति गाँव के पंच, सरपंच और गाँव के ही सामाजिक कार्यकर्ताओं के सहयोग से विद्यालय की दशा और दिशा ठीक करने का अभियान होगा l मिशन साहसी के अंतर्गत प्रदेश के 500 विद्यालय, महाविद्यालय और विश्वविद्यालयों में महिला सुरक्षा की दृष्टि से आत्मरक्षा के विशेष गुर सिखाए जाएंगे l हाल ही में सोनीपत के 42 स्कूल, कालेज में लगभग 15 हजार छात्राओं को अभाविप द्वारा मिशन साहसी के अंतर्गत ट्रेनिग दी जा चुकी है l चलो गाँव की और सामाजिक अनुभूति के अंतर्गत समाज के प्रति आज के युवाओं की संवेदनाएं जागृत करने का यह अभियान है l

इस मौके पर अभाविप के राज्य विश्वविद्यालय कार्य प्रमुख मंदीप अटकान, भगत फूलसिंह महिला विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष मनीषा यादव, छात्र नेता  सौरभ कुमार, सपना मलिक आदि छात्रनेता मौजूद थे l

 

 

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