जालियांवाला बाग नरसंहार की अनकही दास्तां
जलियांवाला बाग नरसंहार शताब्दी वर्ष पर शहीदों को सत सत वंदन “जलियांवाला बाग ये देखो यहां चली थी गोलियां , यह मत पूछो किसने खेली यहां खून की होलियां । एक तरफ बंदूके दन दन एक तरफ की टोलियां, मरने...
सावित्री बाई फुले : आधुनिक युग में स्त्री – शिक्षा की सूत्रधारिणी
दुनिया के हर समाज में व्याप्त बुराइयों के विरुद्ध लड़ने के लिए समय – समय पर कुछ लोगों के उठने और संघर्ष करने के अनेक उदाहरण मिलते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ऐसे विशेष व्यक्तित्व होते हैं जिनके द्वार...