e-Magazine

2 october

गांधी और आज

गांधी की प्रासंगिकता सनातन के बारे में हमारी समझ पर निर्भर करती है। यदि सनातन की अनुभूति एवं अभिव्यक्ति को अपरिवर्तनीय, रूढ़ और ठहरा हुआ मान लिया जाए तो गांधी की प्रासंगिकता का अलग चित्र उभरेगा। इसके...

×