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amar balidani

अमर बलिदानी शंकर शाह और रघुनाथ शाह

1857 की क्रान्ति रूपी हवनकुंड में यूँ तो अनगिनत लोगों ने अपने प्राणों की आहुतियां दी, लेकिन कुछ लोगों के बलिदान की तपिश ने सम्पूर्ण जन समूह में ‘स्व’ की भावना को गति प्रदान की। उनमें से एक थी पिता-पुत...

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