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#Lockdown में उम्मीद की किरण बन रहे हैं अभाविप कार्यकर्ता, देशभर में फंसे हुए लोगों को पहुंचा रहे हैं मदद

अजीत कुमार सिंह

नई दिल्ली। कोरोना का कहर जारी है, पूरी दुनिया में कोहराम मचा हुआ है। पूरे भारत में लॉकडाउन है यानी देशभर में तालाबंदी है। ट्रेन, जहाज, बस सहित तमाम यातायात के साधनों को रोक दिया गया है या यूं कहें देश ठहर सा गया है और ठहरना भी जरूरी था क्योंकि इसके सिवाय कोई उपाय भी नहीं। लॉकडाउन की स्थिति में लोग अपने – अपने घरों में कैद हो गये हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो निहायत मजबूर और लाचार हैं। इनलोगों के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता उम्मीद की किरण बनकर उभरे हैं। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता जरूरतमंदों के बीच जाकर भोजन का पैकेट, मास्क, सैनिटाइजर इत्यादि बांट रहे हैं। परिषद के द्वारा हेल्पलाइन भी जारी किया गया है।

देश भर में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए की गई तालाबंदी के कारण छात्रों को हो रही असुविधा को दूर करने के लिये विद्यार्थी परिषद ने देश भर के सभी प्रांतो में जिलाशः हेल्प लाइन जारी कर दी है। जिसके परिणाम स्वरूप छात्र अपनी समस्याओं के निदान हेतु अभाविप से सम्पर्क कर रहे हैं।

अभाविप कार्यकर्ता देशभर में स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार प्रशासन के साथ मिलकर मास्क, सैनिटाइज़र एवं भोजन वितरण आदि कार्यों में लगे हुये है। मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में मास्क वितरण, राशन व भोजन वितरण तथा मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, पंजाब आदि प्रान्तों में विद्यार्थी कार्यकर्ताओं की सूची स्वयंसेवक के रूप में स्थानीय प्रशासन को देने का काम भी हुआ है। बिहार में मास्क एवं सैनिटाइज़र वितरण सहित किराये से रह रहे विद्यार्थियों हेतु मकान मालिकों से सम्पर्क कर भोजन व्यवस्था एवं आगामी माह का किराया तुरंत न लेने की अपील आदि प्रकार से अभियान किये जा रहे हैं। पूर्वोत्तर के प्रान्तों में आ रही हेल्पलाइन की कॉल में देशभर में पढ़ाई के लिए गए पूर्वोत्तर के छात्रों के भोजन व ठहरने इत्यादि समस्याओं का निवारण करने हेतु देहरादून, बेंगलुरु, चंडीगढ़, पुणे, दिल्ली इत्यादि शहरों की अभाविप इकाई लगातार सक्रिय है।

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राजस्थान के जोधपुर एवं बीकानेर, बेंगलुरु, केरल, गुजरात, हरियाणा में अभाविप के दोनों चिकित्सीय आयाम मेडिविजन एवं जिज्ञासा के माध्यम से स्थानीय प्रशासन एवं संस्था रेड क्रॉस के साथ मिलकर सेवा कार्य किया जा रहा है। साथ ही निःशुल्क मेडिकल परामर्श के लिये स्थानीय चिकित्सकों की सूची फ़ोन नम्बर के साथ जारी करने का अभियान भी लिया गया।

अभाविप के नेतृत्व में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ स्वयं ही विभिन्न प्रकार के अकादमिक विषयों पर ऑनलाइन क्लासेस प्रारंभ करना तथा पश्चिम बंगाल के कोलकाता महानगर, जोधपुर महानगर कर्नाटक प्रान्त सहित अन्य महानगरों में भी शिक्षण संस्थाओं से संवाद कर ऑनलाइन कोर्सेस प्रारंभ करने के प्रयास किये जा रहे हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये कोचिंग सेंटर से ऑनलाइन लेक्चर की व्यवस्था का आह्वान करना तथा दिल्ली प्रांत में सभी छात्रों को भोजन उपलब्ध करवाना ऐसी व्यवस्था अभाविप कार्यकर्ताओं द्वारा देश भर में की जा रही हैं।

अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि अभाविप कार्यकर्ता देशभर मे स्वतः प्रेरणा से निरंतर सेवा कार्य में लगे हुये हैं और आगे भी राष्ट्र सेवा में लगें रहेंगे। विद्यार्थियों की प्रवेश, परीक्षा और परिणाम की जो समस्या ख़डी हुयी हैं उसको लेकर भी विशेष योजना करके निस्तारण करवाने के लिए विश्वविद्यालय और सरकार के सामने उठाएगी।

 

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