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लावण्या केस में सीबीआई जांच सुनिश्चित कराने व तमिलनाडु में प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार हुए कार्यकर्ताओं की रिहाई को लेकर अभाविप का विरोध प्रदर्शन

छात्रशक्ति डेस्क

नई दिल्ली। तमिलनाडु में मतांतरण के दवाब के कारण हुई आत्महत्या के प्रकरण में सी. बी. आई जांच सुनिश्चित कराने हेतु तथा तमिलनाडु में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं की जबरन गिरफ्तारी के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने तमिलनाडु सरकार एवं मिशनरी संस्थाओं के विरोध में दिल्ली स्थित तमिलनाडु भवन के सामने जबरदस्त प्रदर्शन किया तथा इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार सी. बी. आई जांच सुनिश्चित करने की मांग की तथा गिरफ्तार हुए कार्यकर्ताओं को जल्द से जल्द रिहा करने की मांग की।

विदित हो की कुछ दिन पहले तमिलनाडु के तंजावुर जिले के सेक्रेड हार्ट्स हाई स्कूल की छात्रा लावण्या का स्कूल में ही कार्यरत रैक्लाइन मैरी और सगाया मैरी से मिले जबरन ईसाई मत में परिवर्तन के असहनीय यातना के कारण आत्महत्या का मामला सामने आया था जिसके खिलाफ अभाविप पिछले कई दिनों से अनेक माध्यमों से लगातार प्रदर्शन कर रही है इसी क्रम में कल तमिलनाडु में तमिलनाडु मुख्यमंत्री मंत्री आवास के सामने अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी अन्य कार्यकर्ताओं के साथ शान्तीपुर्वक प्रदर्शन कर रही थी जिन्हें पुलिस द्वारा जबरन गिरफ्तार किया गया तथा 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भी भेज दिया गया।

आज के प्रदर्शन के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने तमिलनाडु सरकार से सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार सी.बी.आई जांच सुनिश्चितकरने की माँग की व गिरफ्तार हुए कार्यकर्ताओं को जल्द से जल्द रिहा करने की मांग की साथ ही राज्य में बढ़ते मतांतरण के मामलों को रोकने के लिए जबरन मतांतरण के खिलाफ नए कानून बनाने की मांग की ताकि लावण्या की आत्महत्या जैसे मामले रुक सके।

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प्रदर्शन के दौरान उपस्थित अभाविप के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक एवं दिल्ली प्रांत मंत्री सिद्धार्थ यादव ने कहा कि लावण्या के न्याय के लिये तमिलनाडु सरकार के खिलाफ अभाविप लगातार प्रदर्शन कर रही है। तमिलनाडु सरकार इस प्रकरण को दबाने का प्रयास कर रही है। हम मांग करते हैं कि लावण्या को जल्द से जल्द न्याय मिले तथा अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री सुश्री निधि त्रिपाठी तथा अन्य कार्यकर्ताओं को जल्द से जल्द रिहा करे।

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