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अभाविप ने जेएनयू में छात्रावास आवंटन में देरी पर किया विरोध प्रदर्शन

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में बीते दिन बीए प्रथम वर्ष के छात्रों ने छात्रावास अलॉट किए जानें की मांग को लेकर डीन ऑफ स्टूडेंट्स के सामने एक विरोध प्रदर्शन किया। जब शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन चल रहा था, तभी डीओएस प्रो सुधीर प्रताप सिंह की शह पर जेएनयू के गार्ड्स ने छात्रावास की मांग को लेकर प्रदर्शनरत छात्रों पर हमला कर दिया। हमले में अजयपाल सिंह सहित कई छात्र घायल हो गए। इसके विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने जेएनयू छात्रों के साथ मिल कर डीन ऑफ स्टूडेंट्स कार्यालय के सामने प्रर्दशन किया।

अभाविप के कार्यकर्ताओं ने गार्ड्स के हमले में घायल छात्रों को अस्पताल पहुंचाया। गौरतलब हो कि छात्रावास की मांग को लेकर कल पूरी रात छात्रों का प्रदर्शन चला। आज भी अभाविप के साथ छात्र प्रदर्शन में शामिल हुए। आज छात्रावास अलॉट न किए जानें पर गुस्साए छात्रों ने साबरमाती डोरमेट्री का ताला तोड़ दिया। इसके तुरंत बाद ही छात्र विरोधी जेएनयू प्रशासन ने छात्र एवं छात्राओं के लिए डोरमेट्री लिस्ट जारी कर दिया।

घटना का जिक्र करते हुए अभाविप जेएनयू के अध्यक्ष उमेश चंद्र अजमीरा ने कहा कि, “जेएनयू में हॉस्टलों के कई कमरे और डोरमेट्री खाली पड़ी है जिसकी वजह से बहुत सारे छात्र बाहर रहने को मजबूर हैं और कई सारी समस्याओं का सामना उन्हें रोज करना पड़ रहा है। जेएनयू प्रशासन को छात्रों को हो रही असुविधा से जरा भी फ़र्क नहीं पड़ता। जेएनयू प्रशासन आराम से अपने वातानुकुलित कमरे में आराम कर रहा है। आज के धरना प्रदर्शन में हमने हॉस्टल एलॉटमेंट के साथ साथ जेएनयू छात्रसंघ चुनाव और छात्रावास के जीर्णोद्धार में हो रही देरी के लिए सवाल भी खड़े किए।”

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अभाविप जेएनयू के इकाई मंत्री विकास पटेल ने कहा कि अभाविप जेएनयू ने कार्यक्रताओं ने डीओएस में प्रदर्शन कर रहे बीए के छात्रों के साथ एकजुटता से जेएनयू प्रशासन के ढुलमुल रवैए का विरोध किया। लेकिन डीओएस, सुधीर प्रताप सिंह, ने जानबूझकर विरोध करने वाले छात्रों को बरगलाने की कोशिश की। वर्षों से साबरमती डोरमेट्री खाली पड़ी है लेकीन डीओएस आधारहीन दावा कर रहे हैं कि साबरमती डॉर्म को दिल्ली सरकार को सौंप दिया गया है। जेएनयू प्रशासन अपना छात्र विरोधी रवैए में बदलाव करे और शीघ्र छात्रावास एलाटमेंट किया जाए।”

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