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समाज जागरण को संकल्पबद्ध है अभाविप कार्यकर्ता : आशीष चौहान

छात्रशक्ति डेस्क

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपने स्थापना के 75 वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। अभाविप अपने अमृत महोत्सव पर देश भर में कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। इस कड़ी अभाविप द्वारा प्रयागराज में अमृत महोत्सवी समारोह मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुवात स्वामी विवेकानंद तथा माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन व माल्यार्पण कर हुआ।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. राजेंद्र सिंह रज्जू भैया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ए.के. सिंह तथा विशिष्ट स्थिति के रूप में प्रयागराज के महापौर गणेश केसरवानी की उपस्थिति रही। इस कार्यक्रम उन पूर्व कार्यकर्ताओं को सम्मानित भी किया गया, जिन्होंने पूर्व में किसी दायित्व में रहकर संगठन एवं समाज के उत्थान के लिए कार्य किया हो। आज के इस कार्यक्रम में 850 से अधिक पूर्व कार्यकर्ता व वर्तमान कार्यकर्ता उपस्थित रहे, जिसमें 500 से अधिक पूर्व कार्यकर्ताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप अभाविप के पूर्व कार्यकर्ता तथा वर्तमान में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य स्थायी अधिवक्ता विजय शंकर मिश्र जी उपस्थिति रही। कार्यक्रम के बाद सभी ने अपने पुराने दिनों की यादें वर्तमान कार्यकर्ताओं की टोली से साझा की।इस कार्यक्रम में प्रदेश भर से पूर्व कार्यकर्ताओं ने प्रतिभाग लिया।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अपने 75 वर्षों की यात्रा में सम्पूर्ण विश्व में मानवता के लिए स्वर्णिम इतिहास लिखा है। अभाविप के इतनी संख्या में पूर्व कार्यकर्ता आज प्रयागराज में उपस्थित हैं उन्हे सम्मानित किया गया है, यह सम्मान उनके समय किए गए कार्यों का सम्मान है और यह उस पीढ़ी का सम्मान है जिनके अविरल प्रयासों के दम पर आज अभाविप का इतना विराट स्वरूप हम सभी के सामने है। आज अभाविप की आवाज़, भारत के युवाओं की आवाज़ का प्रतिनिधित्व कर रही है और विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन के रूप में कार्य कर रही है। आगामी दिसंबर माह के 1,2 तथा 3 तारीख को अभाविप दिल्ली में अपना 69वां राष्ट्रीय अधिवेशन करेगी, जिसमें 8 हज़ार कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रहेगी। विद्यार्थी परिषद ने खुद को कभी दलगत राजनीति का हिस्सा नहीं बनाया, आज भी छात्र हितों की बात जहां आती है अभाविप प्रखरता से उसके समाधान हेतु कार्य करती है। आज विद्यार्थी परिषद 75 वर्षों की यात्रा को अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है, आगामी 25 वर्षों को स्वर्णिम काल के रूप में मनाया जाएगा। अमृत महोत्सव उगते सूर्य के समान है, अभी तो स्वर्णिम काल बाकी है। अभी 45 लाख से अधिक विद्यार्थी परिषद के सदस्य हैं, 20 हज़ार से अधिक विद्यालयों में परिषद की इकाइयां हैं तथा आयामों के माध्यम से भी समाज के हर कोने तक परिषद का विस्तार है का क्रम जारी है।

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कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. रज्जू भैया विश्वविद्यालय के कुलपति ए.के. सिंह ने कहा कि वर्तमान में अभाविप का जो विराट स्वरूप है, वह संघर्षों की देन है। आज सभागार में उपस्थित पूर्व कार्यकर्ताओं को देखकर उन संघर्षों की स्मृतियां ताज़ा हो जाती हैं और उन्ही के अनुभवों से वर्तमान टोली सीख ले उत्साह से कार्य करती है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी प्रांत की प्रांत अध्यक्षा सुचिता त्रिपाठी ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपने स्वर्णिम काल में प्रवेश कर चुकी है। आज अभाविप विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है और इस संगठन को इतना वृहद स्वरूप देने में पूर्व कार्यकर्ताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कार्यक्रम के माध्यम से पूर्व कार्यकर्ता अपने अनुजों से उनके दिनों के अनुभवों को साझा करेंगे और उनके व्यक्तित्व निर्माण में अभाविप किस प्रकार सहायक रही इसपर चर्चा करेंगे।

अभाविप काशी प्रांत के प्रांत मंत्री अतेंद्र सिंह ने कहा कि अभाविप अतीत के संघर्षों को समेटे हुए तथा उन्हीं से सीख ले निरंतर आगे बढ़ रहा है। आज के कार्यक्रम को पूर्व कार्यकर्ता सम्मेलन के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम के बाद अनौपचारिक सत्र में उन्होंने अपने पुराने दिनों की स्मृतियों को साझा किया और वर्तमान कार्यकर्ता टोली को मार्गदर्शन दिया।”

 

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