e-Magazine

गोरखपुर : अभाविप ने किया महाराणा प्रताप को याद, पुष्पाजंली कार्यक्रम का आयोजन

छात्रशक्ति डेस्क

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गोरखपुर महानगर मेवाड़ केशरी महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि भारतीय इतिहास में वीरता और स्वाभिमान की अमर गाथाएं गढ़ने वाले अनेक वीर योद्धा हुए हैं। उनमें से महाराणा प्रताप एक थे। महाराणा प्रताप वे बहादुर योद्धा थे जिन्होंने अकबर के आगे कभी घुटने नहीं टेके। आज भी उन्हें स्वाभिमान, संकल्प और देशभक्ति का मजबूत स्तम्भ माना जाता है। एक शासक के रूप में महाराणा प्रताप ने अपनी प्रजा की भलाई के लिए अनेक कार्य किए थे। उन्होंने कुंभलगढ़ के किले का जीर्णोद्धार कराया था। उन्होंने जनजातीय समुदाय को पूरा सम्मान दिया और उनके साथ अपने सबंध मजबूत किए। उन्होंने प्रजा की भलाई के लिए अपने राज्य की कृषि व्यवस्था, व्यापार तंत्र और कला को विशेष रूप से प्रोत्साहन दिया था।

अभाविप राष्ट्रीय कार्यकारिणी की विशेष आमन्त्रित सदस्य प्रो. उमा श्रीवास्तव ने कहा कि महाराणा प्रताप आज भी वीरता और स्वाभिमान के प्रतीक माने जाते हैं। वे भारत के उन महान योद्धाओं में से एक हैं जिन्होंने अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए सबकुछ दांव पर लगा दिया। महाराणा प्रताप वर्तमान पीढ़ी के साथ साथ आने वाली पीढ़ियों को भी देशभक्ति के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने के किए प्रेरित करते रहेंगे।

शुद्धिकरण नशा मुक्ति केंद्र के निदेशक दुर्गेश सिंह चंचल ने कहा कि महाराणा प्रताप एक महान योद्धा और कुशल शासक थे। उन्होंने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया और अनेक कठिनाइयों का सामना किया। इतनी तकलीफें और संघर्ष होने के बावजूद भी उन्होंने कभी हार नहीं मानी। वे हमेशा अपने लोगों और अपनी मातृभूमि के सम्मान के लिए संघर्ष करते रहे। आज भी वे भारत के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। इस अवसर पर प्रो. राजवंत राव, प्रो. विनोद सिंह, प्रो. विनय सिंह, प्रो. मनोज तिवारी, डॉ.वेद प्रकाश राय, डॉ. महेंद्र सिंह, डॉ. दुर्गेश पाल, डॉ. सत्यपाल, डॉ. दीपेंद्र मोहन सिंह, डॉ. अंकित सिंह, डॉ. अनुपम सिंह, डॉ. रामकृति सिंह, डॉ. रश्मि रानी, डॉ. गिरिजेश यादव,डॉ. गरिमा सिंह, डॉ. कामिनी सिंह, डॉ. अभय सिंह, डॉ. संजय तिवारी, डॉ. श्री प्रकाश सिंह, डॉ. रश्मि रानी, डॉ. आमोद राय, डॉ. रंजन लता, शक्ति सिंह, अनुराग मिश्र, तोष निधि त्रिपाठी, अनुभव शाही, अभिजित शर्मा, दीपक पांडेय, आलोक गुप्त,अभिषेक मौर्या, आकाश सिंह, विवेक सिंह सहित इत्यादि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

READ  हजारों अपमानो के बाद भी समरसता के लिए संघर्ष करते रहे बाबा साहब
×
shares