e-Magazine

ambedkar

भारत के समग्र विकास को समर्पित डॉ.भीमराव राम जी अम्बेडकर

डॉ अम्बेडकर  जिनको दलितों का मसीहा कहा जाता हैं क्या वास्तव में वो सिर्फ दलित समाज के ही नेता थे? इसका विश्लेषण करने की आवश्यकता है। अम्बेडकर के चिंतन को पढ़ने पर ज्ञात होता है,  उन्होंने मात्र  वंचित...

डॉ. अंबेडकर का वामपंथी वैचारिक अपहरण

6 दिसंबर 1956 को डॉ. बाबासाहब भीमराव रामजी आंबेडकर अपनी भौतिक देह त्याग महापरिनिर्वाण को प्राप्त हुए और जैसा कि इतिहास में प्रत्येक महापुरुष के साथ होता है कि उनके जाने के बाद उनकी वैचारिक धरोहर और जी...

अंबेडकर की वैचारिक विरासत का हकदार संघ

बाबा साहब भीमराव राम जी अंबेडकर वर्तमान सदी के सर्वाधिक चर्चित एवं प्रासंगिक भारतीय विचारकों में से एक हैं। समय-समय पर विभिन्न संगठनों और दलों ने अपनी सुविधानुसार अंबेडकर के विचारों का राजनैतिक उपयोग...

हजारों अपमानो के बाद भी समरसता के लिए संघर्ष करते रहे बाबा साहब

भारत एक प्राचीन देश है जो हजारों लाखों वर्षों से विश्व गुरु और सोने की चिड़िया कहलाता रहा है। देश अपने ज्ञान, विज्ञान, अतुल संपदा के कारण दुनिया भर के लोगों को आकर्षित करता रहा है। जिसे जो चाहिए उसे व...

दिल्ली : अभाविप ने किया डॉ.आंबेडकर को याद, आयोजित किए विभिन्न कार्यक्रम

शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, दिल्ली में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों एवं सार्वजनिक स्थ...

राष्ट्र की अखंडता के सूत्रधार एवं संविधान शिल्पी बाबा साहेब भीमराव रामजी आंबेडकर

महापरिनिर्वाण दिवस विशेष भारत के संविधान निर्माताओं के अग्रणी पूज्य डॉ. भीमराव आंबेडकर उपाख्य बाबा साहब  बहुत ही गरीब एवं अतिसाधारण परिवार में 14 अप्रैल 1891 में पिता श्री राम जी वल्द मालोजी सकपाल एवं...

×