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baba sahab bhim rao ambedkar

बाबा साहब भीमराव अंबेडकर और उनके विचारों की प्रासंगिकता

बाबा साहब भीम राव अंबेडकर ने संविधान सभा के भाषण में कहा था – “महोदय, संविधान सभा के कार्य पर नजर डालते हुए नौ दिसंबर,1946 को हुई उसकी पहली बैठक के बाद अब दो वर्ष, ग्यारह महीने और सत्रह दि...

अंबेडकर की वैचारिक विरासत का हकदार संघ

बाबा साहब भीमराव राम जी अंबेडकर वर्तमान सदी के सर्वाधिक चर्चित एवं प्रासंगिक भारतीय विचारकों में से एक हैं। समय-समय पर विभिन्न संगठनों और दलों ने अपनी सुविधानुसार अंबेडकर के विचारों का राजनैतिक उपयोग...

हजारों अपमानो के बाद भी समरसता के लिए संघर्ष करते रहे बाबा साहब

भारत एक प्राचीन देश है जो हजारों लाखों वर्षों से विश्व गुरु और सोने की चिड़िया कहलाता रहा है। देश अपने ज्ञान, विज्ञान, अतुल संपदा के कारण दुनिया भर के लोगों को आकर्षित करता रहा है। जिसे जो चाहिए उसे व...

विराट व्यक्तित्व के धनी – डा. भीमराव आंबेडकर

भीमराव राम जी आंबेडकर केवल भारतीय संविधान के निर्माता एवं करोड़ों शोषित, पीड़ित भारतियों के मसीहा ही नहीं थे बल्कि वे समाज सुधारक, श्रेष्ठ विचारक, चिंतक, अर्थशास्त्री, पत्रकार, धर्म के ज्ञाता, कानून ए...

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