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बिहार में नियमों से समझौता कर पूर्व-तिथि में नियुक्त कुलसचिवों को पदमुक्त किए जाने का निर्णय स्वागतयोग्य: अभाविप

छात्रशक्ति डेस्क

बिहार प्रदेश में नियमों से समझौता कर पूर्व-तिथि में नियुक्त किए गए आठ कुलसचिवों को, शैक्षणिक तथा प्रशासनिक हित में वर्तमान राज्यपाल द्वारा पदमुक्त किए जाने संबंधी निर्णय का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने स्वागत किया है।

अभाविप ने बिहार में शैक्षिक अव्यवस्थाओं तथा भ्रष्टाचार की समस्यायों के समाधान की मांग को लेकर बिहार के वर्तमान राज्यपाल से फरवरी माह में हुई शुभेच्छा भेंट में अनुरोध किया था कि बिहार की पूर्ववर्ती व्यवस्था द्वारा कई उच्च शिक्षण संस्थानों के विभिन्न पदों पर नियुक्तियां फरवरी माह में अत्यंत हड़बड़ी में की गई, ऐसे में इन नियुक्तियों को लेकर प्रबुद्ध समाज में विभिन्न शंकाएं थीं।

अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था में व्यापक परिवर्तन की आवश्यकता है। राज्य विश्वविद्यालयों में शिक्षा की स्थिति दयनीय है, जिसको ठीक करने के लिए गंभीर प्रयास करने होंगे। अभाविप ने बिहार राज्यपाल से मिलकर कुलसचिवों की नियुक्तियों में नियम के साथ समझौता करने के बारे में अवगत कराया था, राजभवन द्वारा ऐसे कुलसचिवों को हटाए जाने के निर्णय का स्वागत है। अभाविप मांग करती है कि बिहार में शिक्षा क्षेत्र को बेहतर करने की दिशा में सरकार तेजी से प्रयास करे।

अभाविप बिहार के प्रदेश मंत्री अभिषेक यादव ने कहा कि बिहार में दो से अधिक वर्ष की देरी से चल‌ रहे कई विश्वविद्यालयों के सत्र को ठीक करने, आधारभूत संरचना की माली हालत को सुधारने सहित विभिन्न सकारात्मक कदम प्रदेश सरकार को उठाने होंगे। बिहार की शिक्षा व्यवस्था को भ्रष्टाचारमुक्त तथा गुणवत्तापूर्ण बनाने के निमित्त गंभीर प्रयास किए जाने चाहिए।

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