e-Magazine

jnu

#UnsungFreedomfighter : Tara Rani Srivastava

The Unsung Warrior from Bihar: Tara Rani Srivastava “When woman, whom we call abala, becomes sabala, all those who are helpless will become powerful.” Mahatma Gandhi said this while addressing the All...

हमारा देश, हमारा राज के उद्घोषक भगवान बिरसा मुंडा

भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में अंग्रेज़ी दमन के ख़िलाफ़ संघर्ष के ध्वज वाहक भगवान बिरसा मुंडा छोटानागपुर के क्षेत्र में अंग्रेज़ी राज के ख़िलाफ़ हुए संघर्ष ने पूरे भारतीय जनमानस को शोषणयुक्त शासन के ख़...

भारतीय संस्कृति के तत्त्व में निहित है महामारी से बचाव के उपाय

वर्तमान में दुनिया जहां कोरोना नामक महामारी से ग्रस्त है, लाखों की संख्या में लोगों ने अपना जीवन गंवाया है वहीं भारत में इस महामारी का उतना प्रभाव नहीं पड़ा जितना की दुनिया ने अपेक्षा की थी, क्योंकि य...

   बाबा साहब भीमराव रामजी अम्बेडकर :  एक व्यक्ति कई आयाम  

डॉ अम्बेडकर  जिनको दलितों का मसीहा कहा जाता हैं क्या वास्तव में वो सिर्फ दलित समाज के  ही नेता थे ? इसका विश्लेषण करने की आवश्यकता है। अम्बेडकर के चिंतन को पढ़ने पर ज्ञात होता है, कि उन्होंने मात्र वा...

 वुहान वायरस और भारतीय ‘सहकारी संघवाद’

दुनिया में चीनी कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है. उथल- पुथल का माहौल पूरी दुनिया में व्याप्त है. सरकारों के हाथ-पाँव फूले हुए हैं. शासन- प्रशासन केवल रक्षात्मक रवैय्या अपनाने को मजबूर हैं, क्यूंकि अबतक न...

अभाविप ने किया ” 9 फरवरी का सच” पर पब्लिक टॉक का आयोजन

एबीवीपी जेएनयू ने जेएनयू के साबरमती ढाबे पर नये छात्रों को 9 फरवरी की घटना के बारे में बताने के लिए एक पब्लिक टॉक रखा। इसमें उस समय के एबीवीपी के संघर्षरत कार्यकर्ता ललित पाण्डेय, आलोक सिंह, तत्कालीन...

अभाविप के आंदोलन की हुई जीत, मजबूरन केजरीवाल को देनी पड़ी कन्हैया समेत टुकड़े – टुकड़े गैंग पर देशद्रोह का केस चलाने की अनुमति

दिल्ली। शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आंदोलन को बड़ी जीत मिली है क्योंकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मजबूर होकर नौ फरवरी 2016 को देशद्रोही नारे लगाने एवं नफरत फैलाने के लिए कन्...

आज़ादी ! टुकड़े वाली या सुभाष वाली ?

भारत में इस समय सबसे ज्यादा बहस राष्ट्रवाद और उसके स्वरुप क्या होना चाहिए, इसको लेकर है । इस समय का राष्ट्रवाद वह राष्ट्रवाद नहीं है जिसकी कल्पना भगत सिंह और सुभाष बाबू ने की थी ऐसा कहकर कुछ लोगों द्व...

जेएनयू हिंसा: दुर्घटना नही, एक प्रायोजित षड़यंत्र

सुजीत शर्मा देश के प्रतिष्ठित और चर्चित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय 5 जनवरी की हिंसक घटना के बाद एकबार फिर सुर्खियों मे है। मीडिया, शिक्षा, राजनीति और अब बॉलीवुड जगत में भी जेएनयू, चर्चा और बहस का वि...

जेएनयू पर नक्सली हमला था, जिसकी पटकथा 28 अक्टूबर को ही लिख दी गई थी : निधि

जेएनयू हिंसा पर अभाविप ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि जेएनयू के शिक्षक हमें धमकाते हैं। परिषद के मुताबिक जो व्हाट्सएप ग्रुप और चैट वायरल किया रहा है उसकी जांच होनी चाहिए। उस ग्रुप के सभी न...

×